सवाल: फोरप्ले के दौरान तो मेरा प्राइवेट पार्ट काफी सख्त
रहता है, लेकिन प्रवेश के वक्त ढीलापन आ जाता है। इससे न तो मुझे और न
मेरे पार्टनर को ही आनंद मिलता है। समस्या का समाधान बताएं।
जवाब: फोरप्ले में तनाव का आना और कुछ वक्त तक बरकरार रहना, फिर प्रवेश के पहले या उसके तुरंत बाद ढीलापन आ जाने का कारण पुरुषों में अक्सर मानसिक होता है। कभी-कभी यह महिला और पुरुष दोनों के हिसाब से शारीरिक भी हो सकता है। कई बार घबराहट, फिक्र और चिंता या किसी के आने का डर, जैसे कारणों की वजह से एंग्जाइटी (दिल की धड़कनें बढ़ जाना, गला सूख जाना) बढ़ जाती है।
अक्सर प्रवेश के पहले ढीलापन होने की ये खास मानसिक वजहें हो सकती हैं।
शारीरिक कारण: डिलिवरी हो जाने के बाद महिला प्राइवेट पार्ट में कुछ ढीलापन आ जाता है। प्रवेश के बाद उसकी वजह से भी सहवास की पकड़ ढीली हो जाती है। जिस तरह मैस्टरबेशन के दौरान अगर पकड़ मजबूत न हो तो प्राइवेट पार्ट क्लाइमैक्स पर पहुंचे बिना ही ढीला पड़ जाता है, उसी तरह से अगर महिला के प्राइवेट पार्ट में सही पकड़ की कमी पुरुष प्राइवेट पार्ट में ऐन मौके पर ढीलापन ला सकती है।
इस परेशानी से फौरी तौर पर निपटने के लिए महिला उस वक्त अपनी दोनों टांगों को मिला कर रखे। परमानेंट इलाज के तौर पर महिलाएं योगाभ्यास के जरिए इस समस्या से निपट सकती हैं। वज्रोलि और अश्विन मुद्राएं महिला प्राइवेट पार्ट के ढीलेपन की समस्या को दूर करने में काफी कारगर साबित होती हैं। इन मुद्राओं को nbt.in/sexyoga पर जाकर सीखा जा सकता है। इससे 12 से 15 हफ्तों में फायदा मिलने लगता है।
नोट: महिला प्राइवेट पार्ट के ढीलेपन पर कोई भी दवाई कारगर नहीं है।
जवाब: फोरप्ले में तनाव का आना और कुछ वक्त तक बरकरार रहना, फिर प्रवेश के पहले या उसके तुरंत बाद ढीलापन आ जाने का कारण पुरुषों में अक्सर मानसिक होता है। कभी-कभी यह महिला और पुरुष दोनों के हिसाब से शारीरिक भी हो सकता है। कई बार घबराहट, फिक्र और चिंता या किसी के आने का डर, जैसे कारणों की वजह से एंग्जाइटी (दिल की धड़कनें बढ़ जाना, गला सूख जाना) बढ़ जाती है।
अक्सर प्रवेश के पहले ढीलापन होने की ये खास मानसिक वजहें हो सकती हैं।
शारीरिक कारण: डिलिवरी हो जाने के बाद महिला प्राइवेट पार्ट में कुछ ढीलापन आ जाता है। प्रवेश के बाद उसकी वजह से भी सहवास की पकड़ ढीली हो जाती है। जिस तरह मैस्टरबेशन के दौरान अगर पकड़ मजबूत न हो तो प्राइवेट पार्ट क्लाइमैक्स पर पहुंचे बिना ही ढीला पड़ जाता है, उसी तरह से अगर महिला के प्राइवेट पार्ट में सही पकड़ की कमी पुरुष प्राइवेट पार्ट में ऐन मौके पर ढीलापन ला सकती है।
इस परेशानी से फौरी तौर पर निपटने के लिए महिला उस वक्त अपनी दोनों टांगों को मिला कर रखे। परमानेंट इलाज के तौर पर महिलाएं योगाभ्यास के जरिए इस समस्या से निपट सकती हैं। वज्रोलि और अश्विन मुद्राएं महिला प्राइवेट पार्ट के ढीलेपन की समस्या को दूर करने में काफी कारगर साबित होती हैं। इन मुद्राओं को nbt.in/sexyoga पर जाकर सीखा जा सकता है। इससे 12 से 15 हफ्तों में फायदा मिलने लगता है।
नोट: महिला प्राइवेट पार्ट के ढीलेपन पर कोई भी दवाई कारगर नहीं है।